देहरादून। ऋषिकेश पुलिस ने 15 लाख की फिरौती के लिए अगवा किए गए किशोर को 5 घंटे में बरामद कर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। जांच पड़ताल में खुलासा हुआ कि आरोपी ने पहले पीड़ित के घर पर छह माह तक, राजमिस्त्री का काम किया और बाद में मौका लगते ही बेटे का अपहरण कर लिया। आरोपी किशोर को बिहार ले जाने का इरादा रखता था, लेकिन यूपी पुलिस की मदद से उसे धामपुर से दबोच लिया।
ऋषिकेश निवासी पीड़ित पिता ने शनिवार को पुलिस को बताया कि भोला नाम के एक राज मिस्त्री, जिसने करीब एक वर्ष पहले लगभग छह माह तक मेरे मकान में कार्य किया था। राज मिस्त्री आज घर पय आया और मेरे पिताजी को बताकर मेरे 12 साल के लड़के को अपने साथ कुछ खाने- पीने का सामान दिलाने के बहाने ले गया। जो वापस नहीं आया। इसके बाद मैंने अपने नंबर से भोला का नंबर मिलाया तो उसने मेरा फोन रिसीव नहीं किया। कुछ समय बाद जब अपनी पत्नी के नंबर से फोन किया तो उसने फोन उठाकर कहा कि तुम्हारा बेटा मेरे कब्जे में है। मैंने तुम्हारे बेटे का अपहरण कर लिया है। दो घंटे के अंदर 15 लाख का इंतजाम कर लो। धमकी दी कि यदि पुलिस को बताया तो तुम्हारा बेटा नहीं मिलेगा।
दोबारा पत्नी के नंबर से फोन कर भोला को बोला कि मेरे पास 15 लाख नहीं है तो उसने 13 लाख से कम पर बेटे को रिहा करने से मना कर दिया। एसएसपी ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस की कई टीम गठित कर बालक की बरामदगी के निर्देश दिए। पुलिस ने वीडियो फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम रायवाला, हरिद्वार, नजीबाबाद, नगीना होते हुए से धामपुर पहुंच गई। यूपी पुलिस की मदद से आरोपी राजन उर्फ भोला निवासी बिहार को गिरफ्तार कर अगवा बालक को सकुशल बरामद कर लिया। आरोपी का कहना था कि लॉक डाउन के चलते उसका काम बंद हो गया था। उसे पता था कि बालक के परिवार के पास काफी पैसा है, जो आसानी से बेटे की रिहाई को मोटी रकम दे सकते है, लेकिन पुलिस ने कुछ ही घण्टों में गिरफ्तार कर उसके इरादों पर पानी फेर दिया।