देहरादून : बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही प्रदेश की राजनीति में अचानक से करंट दौड़ पड़ा है, उत्तराखंड की औद्योगिक इकाइयों में बिजली की सप्लाई ठप्प होना शुरू किया हुई राजनैतिक सरगर्मियों के चढ़ते पारे से अब सरकार को पसीना आ गया है।
उत्तराखंड राज्य में 27 जुलाई 2021 की बिजली कर्मचारियों की चालू हड़ताल पर बैठे विद्धुत कर्मचारियों को अब समझाने के लिए हरक सिंह रावत को भेजा गया है, जिसके साथ बिजली विभाग की वार्ता फ़िलहाल जारी है।
हड़ताल के बाद रुड़की, उधम सिंह नगर और हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था डगमगाई तो सरकार ने लडखडाते कदमों से बिजली विभाग के कर्मचारियों से वार्ता का एक और कदम आगे बढ़ाया है कयास लगाए जा राहे कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत बिजली विभाग की हड़ताल समाप्त कराने में कामयाब हो पाएँगे।
हड़ताल पर बैठे ऊर्जा कर्मियों का आरोप है कि दिनांक 26 जुलाई 2021 को ऊर्जा सचिव की हठधर्मिता के कारण बिजली कर्मचारियों के साथ शासन की वार्ता विफल रही, ऊर्जा सचिव दोपहर 12 बजे से रात्रि 10 बजे तक 10 घंटे के दौर वाली वार्ता में मुख्य बिन्दुओं पर वार्ता न करके इधर उधर की बातें ही करते रहे जैसे मानों उत्तराखंड की जनता और कर्मचारियों की उन्हें कोई फिक्र ही नही है, बिजली कर्मचारियों की लम्बे समय से लंबित, जायज व न्याय पूर्ण समस्याओं व मांगों पर शासन द्वारा समाधान की पहल ना करते हुए जानबूझकर टालमटोल की गई। जिससे बिजली कर्मचारियों को मजबूर होकर हड़ताल पर जाना पड़ा।