देहरादून। रायपुर पुलिस ने बिहार से घुमाने के लिए लाई गई युवती का कत्ल करने के मामले में दो भाइयों और भाभी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों का कहना है कि परिवार की इज्जत बचाने को अपने हाथ खून से रंगने पड़े।
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि 13 दिसंबर को ग्राम प्रधान प्रवेश कुमेटी ने थानाध्यक्ष रायपुर को टेलीफोन पर सूचना दी कि सोडा सरोली के जंगल में एक युवती का शव पडा हुआ है। पुलिस ने पत्थरों के नीचे दबे सड़े-गले शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के प्रयासों के बाद 20 दिसंबर को मुनटुन भगत निवासी राजीव नगर रिस्पना पुल ने शव की शिनाख्त अपनी साली रीना पुत्री प्रभुभगत निवासी कोटवा जिला मोतीहारी, बिहार हाल निवासी राजीव नगर, रिस्पनापुल थाना नेहरूकलोनी के रूप में की। भगत की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। एसएसपी ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए सीओ पल्लवी त्यागी के निर्देशन में थाना प्रभारी रायपुर अमरजीत सिंह रावत के नेतृत्व में टीम गठित की। जीजा मुनटुन भगत द्वारा पुलिस टीम को बताया गया कि रीना अपने बडे भाई सुभाष भगत तथा सन्दीप भगत के साथ अक्टूबर माह में देहरादून घूमने आयी थी। नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह में अपने भाई सन्दीप के साथ वापस बिहार चली गई थी, तब से वह गायब थी।
एसपी डोभाल ने बताया कि शक के आधार के आधार पर पुलिस टीम को बिहार भेजा गया। पहले तो भाई और उसके परिजन जानकारी देने से इंकार करते रहे। सख्ती से पूछताछ करने पर रीना के भाई संदीप ने बडे भाई सुभाष भगत व भाभी फूलकुमारी के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया। इसी आधार पर पुलिस संदीप को ट्राजिंट रिमांड पर देहरादून लाया गया। इसके बाद सुभाष भगत व फूलकुमारी को देहरादून में राजीव नगर रिस्पना पुल से गिरफ्तार किया गया।
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क्यों करना पड़ा रीना का कत्ल
एसपी सरिता डोभाल ने बताया कि
पूछताछ में आरोपी सन्दीप द्वारा बताया कि मेरी बहन रीना, जिसकी उम्र 18 वर्ष थी, वह हमारे कहने सुनने में नहीं थी। ल कई बार पहले भी घर से रात- रात भर गायब रहती थी।।जिस कारण हमारी गांव में काफी बेईज्जती हो रही थी। वह गांव के ही हमसे छोटी जात के लडके के साथ घूमती फिरती थी। हमारे काफी मना करने पर भी वह नहीं मानी और उसी लड़के के साथ शादी करने की जिद लगाए बैठी थी।। जिस कारण गांव में हमारे बिरादरी समाज द्वारा हमें बेदखल करने की धमकी दी जा रही थी। 26 अक्टूबर 2021 को मै और मेरा भाई सुभाष, रीना को लेकर देहरादून सुभाष के किराए के कमरे पर राजीव नगर देहरादून लाए। देहरादून आने पर भी रीना लगातार फोन के माध्यम से अपने प्रेमी से बात कर रही थी। जिस कारण यहां भी हमारा आपस में काफी झगड़ा हुआ। रीना की हरकतों से तंग आकर छह नबम्बर को अपने भाई सुभाष व भाभी फूल कुमारी के साथ रीना को घुमाने के बहाने से सौडा सरौली के जंगल में ले गए, जहां पर सुनसान जगह पर मौका पाकर सुभाष ने उसका गला दबाया औऱ मैने तथा मेरी भाभी फूल कुमारी ने उसके हाथ पैर पकडे। उसे गला दबाकर मारने के बाद हमने रीना के शव को वहीं जगंल में पत्थरों से दबा दिया। रीना की हत्या करने के पश्चात में उसी दिन ट्रेन से अपने गांव बिहार चला गया और मेरा भाई व भाभी राजीव नगर में अपने किराए के कमरे पर आ गए। देहरादून में रहने वाले हमारे परिचितों को सुभाष और फूल कुमारी द्वारा बताया गया कि मै और रीना बिहार चले गए हैं। इसी तरह गांव में लोगों को मैने यह बताया कि रीना देहरादून में ही रह रही है।