उत्तरभारत/ जोशीमठ : बद्रीनाथ धाम के साथ अन्य तीन धामों की यात्रा पर लगी रोक को माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा हटा दिया गया है। बता दें कोरोना काल के चलते न्यायालय द्वारा चार धाम यात्रा पर रोक लगाई गई थी। और यात्रा खोलने बाबत बद्रीनाथ धाम के साथ अन्य तीन धामों में लोग आंदोलनरत थे। पंडा समाज होटल व्यापारी और स्थानीय लोग निरंतर मांग कर रहे थे। कि चारधाम यात्रा बहाल की जाए। गुरुवार को हुई सुनवाई में कोर्ट ने यात्रा पर लगी रोक को कुछ शर्तों के साथ हटा दिया है। यात्रा पर लगी रोक हटने के बाद स्थानीय लोगों पंडा समाज और होटल व्यापारियों ने कोर्ट का आभार जताया है। लोगों का कहना है कि चार धाम यात्रा ना चलने की वजह से उन पर रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा था। अब आशा है। कि यात्रा चलने से पटरी से उतरी आर्थिकी की गाड़ी पुनः पटरी पर लौट आएगी।
वही इस पर बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित ऋषि प्रसाद सती ने कोर्ट द्वारा लिए गए यात्रा खोलने के फैसले का स्वागत किया है। और इसको सरकार की बड़ी कामयाबी बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोर्ट में सशक्त पैरवी की वजह से यात्रा बहाल हो सकी है। कहा की यात्रा खुलने से लोगों में खुशी का माहौल है कहा कि बद्रीनाथ धाम के साथ अन्य तीन धर्मों के लोग यात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार है।
इसके अलावा जोशीमठ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश रंजन भिलंगवाल ने कोर्ट के फैसले को सराहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा न्यायालय में उचित ढंग से पैरवी न किए जाने के कारण चार धाम यात्रा इतने लंबे समय तक बाधित रही। यात्रा बाधित रहने के कारण होटल व्यापारियों को भारी नुकसान से जूझना पड़ा। आशा है कि यात्रा के बचे खुचे समय में व्यापार से जुड़े लोगों को कुछ हद तक राहत पहुंचेगी।