उत्तरभारत / नैनीताल : वो कहते हैं कामयाबी बता कर नहीं आती वह तो बस केवल संगर्ष और मेहनत के पाई जाती हैं। ऐसी ही एक खबर उत्तर भारत आपके साथ साझा करना चाहता हैं। जिसमे बिना कोई कोचिंग लिए अपना दूसरा अटेम्प देखकर आईएएस का एग्जाम क्लियर कर लिया हैं। जी हां, हम आपको आईएएस एग्जाम क्लियर किये हुए उस शख्स से मिलवाने जा रहे हैं। जिनका नाम देवांश हैं कानिया निवासी देवांश पांडेय ने यूपीएससी की परीक्षा 201वीं रैंक के साथ पास की है। उन्होंने दूसरे प्रयास में यह सफलता पाई है। देवांश स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. भारत नंदन पांडेय के पौत्र हैं। पढ़ाई में बचपन से ही होनहार रहे देवांश सिविल सेवा में जाने का सपना देखते थे, इसे पूरा करने के लिए उन्होंने खूब मेहनत भी की। पंतनगर विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने वाले देवांश ने घर पर रहकर परीक्षा की तैयारी की और अपने ख्वाब को पूरा करने में कामयाब रहे। देवांश के पिता गोविंद बल्लभ पांडेय नैनीताल हाईकोर्ट में सेक्शन अधिकारी हैं। देवांश की सफलता पर परिवार में खुशी की लहर है। परिजनों ने बताया कि देवांश ने इस परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली थी। घर पर ही रह कर तैयारी की थी। बेटे ने इसके लिए काफी मेहनत की है और उसे इसका फल मिला है। देवांश की सफलता से क्षेत्र में खुशी की लहर है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है।